जब से मैं हुई हूँ पैदा
मेरी तो तू ही है ज़ुबैदा
तेरी पूरी दुनिया मेरे आस पास है घूमती
एक तू ही है जो मुझसे नहीं रूठती
तुझको दिया गया भगवन का ख़िताब
तूने ही पकड़ाई मेरे हाथ में किताब
जब भी मुझे लगा डर
तूने हमेशा लिया अपने अंदर भर
चाहे में लगा दूँ किसी की भी सिफारिश
नहीं पिघलती तुझे मेरी चॉक्लेट और बर्गर की गुज़ारिश
तेरे आगे मेरा कोई भी चलता नहीं बहाना
तेरे अलावा मेरा ओर कहाँ है ठिकाना
माँ तू कभी न जाना मुझे भूल
आज तक ना बनायीं पायी तुझे अप्रैल फूल
सब कहे रहे है आज है मातृ दिवस
मैं तो रोज़ ही हूँ उसके बिना बेबस